Sunday, 22 April 2012

Mohabbat ki jyoti

Mohabbat ki jyoti ko, jalaya hai maine,
Riwazon k bandhan ko, toda hai maine,
Patharon se maara, zamane ne mujhko,
Unse teri murat, banaya hai maine ....



मोहब्बत  की  ज्योति  को , जलाया  है  मैंने ,
रिवाजों  के  बंधन  को , तोड़ा  है  मैंने ,
पत्थरों  से  मारा , ज़माने  ने  मुझको ,
उनसे  तेरी  मूरत , बनाया  है  मैंने ।

Friday, 13 April 2012

Mohabbat likhta hun



Jo aa na paye kabhi labon pe, main woh baat likhta hun,
meri mohabbat pe tu hans di, ab zazbat likhta hun,
bada hi zalim hai ye ishq, nafrat paida kar deta,
tujhse nafrat ko bhi main, mohabbat hi likhta hun....



जो  आ  ना  पाए  कभी  लबों  पे , मैं  वह  बात  लिखता  हूँ ,
मेरी  मोहब्बत  पे  तू  हँस  दी , अब  ज़ज्बात  लिखता  हूँ ,
बड़ा  ही  ज़ालिम  है  ये  इश्क , नफरत  पैदा  कर  देता ,
तुझसे  नफरत  को  भी  मैं , मोहब्बत  ही  लिखता  हूँ ।