Sunday 17 November 2013

Rone do mujhe


दिल टूटा है फिर से मेरा,
घोंसले में था साँप का बसेरा,
हाथ आगे  बढाकर, खुद गिर गए,
मत रोको अब, रोने दो मुझे।

दोस्ती भी की , निभायी भी है,
ग़मों का खज़ाना , पाया भी है,
बताऊँ भी तो अब मैं किसे,
मत रोको अब, रोने दो मुझे।

मेहनत है की , कामयाबी को चूमा,
गिरकर मैं निराशा में झूमा ,
गलती थी मेरी, पता है मुझे,
मत रोको अब, रोने दो मुझे।



टूटूंगा कब मैं, इसकी आजमाइस है,
भावनाओं की मेरी, देखो नुमाइश है,
सुनाएंगे मेरी तबाही के किस्से,
मत रोको अब, रोने दो मुझे।

 हारूंगा एक दिन, अभी समय बाकी है,
ठंडा है खून, पर बहाव बाकी है,
इतनी आसानी से नही दूँगा जान मैं तुझे,
मत रोको अब, रोने दो मुझे।

उम्मीद की किरण लौट कर आयी है,
नया है सवेरा, मिटी तन्हाई है,
लम्बा इंतज़ार था, इस ख़ुशी का मुझे,
मत रोको अब, रोने दो मुझे।

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